कसूरी मेथी के फायदे:- कसूरी मेथी पाचन, हड्डियों और पूरे शरीर स्वास्थ्य के लिए लाभदायक मानी जाती हैं. मेथी की खास बात ये हैं, कि इसके पौधे से लेकर बीज तक का इस्तेमाल खाने के स्वाद को बढ़ाने के लिए किया जाता है. कसूरी मेथी को आयुर्वेद में औषधी के रूप में इस्तेमाल किया जाता है| आप मेथी के बारे में जरूर जानते होंगे। इसे मेथिका भी बोलते हैं। मेथी का इस्तेमाल ( कसूरी मेथी के फायदे ) हर घर में होता है। लोग मेथी के पत्तों का साग बहुत पसंद करते हैं। कई लोग मेथी की चटनी पसंद करते हैं। मेथी के दानों (Fenugreek Seeds) से साबुन और सौंदर्य प्रसाधनों की चीजें बनाई जाती हैं।
कसूरी मेथी के फायदे
इसके अलावा भी मेथी के कई फायदे हैं। क्या आप जानते हैं कि मेथी का उपयोग एक औषधि के रूप में भी किया जाता है, और मेथी से लाभ लेकर रोगों का इलाज किया जाता है . ताजे और सूखे मेथी के पत्तों को इनके कई स्वास्थ्य लाभों के लिए जाना जाता है. इसमें एंटीऑक्सिडेंट, प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम (कसूरी मेथी के फायदे ) आदि के गुण पाए जाते हैं. कसूरी मेथी पाचन, हड्डियों के स्वास्थ्य और पूरे शरीर स्वास्थ्य के लिए लाभदायक मानी जाती हैं|
अक्सर ऐसा होता है कि हम खाना बनाते समय जिन चीजों का इस्तेमाल स्वाद को बढ़ाने के लिए करते हैं. दरअसल उनके लाभों के बारे में हम नहीं जानते, और उन्हीं में से एक है कसूरी मेथी. मेथी की खास बात ये हैं, कि इसके पौधे से लेकर बीज तक का इस्तेमाल खाने के स्वाद को बढ़ाने के लिए किया जाता है.
मेथी के पत्तों को सुखाकर कसूरी मेथी बनाई जाती है. जिसे कसूरी मेथी और कस्तूरी मेथी के नाम से जाना जाता है. कसूरी मेथी को सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं माना जाता है. आयुर्वेद में इसे औषधी के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. कसूरी मेथी हार्मोनल चेंज को कंट्रोल करने में मददगार मानी जाती है. इसके अलावा ये खून की कमी को दूर करने के लिए भी जानी जाती है|
हम कई मसालों ( कसूरी मेथी के फायदे) व खाद्य पदार्थों को अपनी दिनचर्या में शामिल करते हैं, लेकिन उनके फायदों से अनजान होते हैं। ऐसी ही एक चीज है कसूरी मेथी। हालांकि, कसूरी मेथी स्वाद में थोड़ी कड़वी होती है, लेकिन कसूरी मेथी का उपयोग करने से भोजन का जायका बढ़ जाता है।
साथ ही इसके गुणों में भी कोई कमी नहीं होती है। फिर चाहे आपको वजन कम करना है या फिर डायबिटीज से छुटकारा पाना है, हर लिहाज से कसूरी मेथी लाभकारी है। दादी के नुस्खे के इस आर्टिकल में हम कसूरी मेथी के बारे में ही बात करेंगे। हम वैज्ञानिक प्रमाणों सहित कसूरी मेथी के फायदे बताने का प्रयास करेंगे।
साथ ही इसके कुछ दुष्प्रभावों से भी आपका परिचय कराएंगे। भारतीय खाने में स्ट्रोंग और तीखे स्वाद के लिए कसूरी मेथी को इस्तेमाल किया जाता है। सुखी कसूरी मेथी के होने से आपके खाने का स्वाद दो गुना बढ़ जाता है। कसूरी मेथी को पुराने जमाने से उगाया जा रहा है और साथ ही कसूरी मेथी के ( कसूरी मेथी के फायदे ) फायदे भी कई सारे हैं। इस जड़ी बूटी का जन्म मध्य पूर्व में हुआ है और इसको एनाल्जेसिक प्रभाव के लिए भी जाना जाता है।
क्या आपको पता है कसूरी मेथी के फायदे गर्भवति महिलाओं के लिए भी होते हैं। इसके अलावा कसूरी मेथी के गुण को एंटी- डायबटीज के इलाज के लिए भी जाना जाता है। कसूरी मेथी के लाभ सेहत, त्वचा और बालों से भी जुड़े हुए हैं। इस आर्टिकल से आप कसूरी मेथी के फायदे ( कसूरी मेथी के फायदे)और नुकसान की जानकारी विस्तार से प्राप्त कर सकते हैं। तो चलिए आज हम आपको इससे होने वाले लाभों के बारे में बताते हैं.
कसूरी मेथी क्या है
मेथी का पौधा साल में एक बार होता है। पौधी लंबााई लगभग 2-3 फीट लंबा होती है। पौधे में छोटे-छोटे फूल आते हैं। इसकी फली मूंग दाल के जैसी होती है। इसके बीज बिलकुल छोटे-छोटे होते हैं। यह स्वाद में कड़वा होता है।मेथी के पत्ते हल्के हरे और फूल सफेद रंग के होते हैं। इसकी फली में 10 से लेकर 20 छोटे, पीले-भूरे रंग के तेज गंध वाले बीज (कसूरी मेथी के फायदे) होते हैं। इन बीजों का उपयोग कई सारे रोगों में किया जाता है। इसकी एक और प्रजाति होती है, जिसको वन मेथी कहते हैं। यह कम गुण वाला होता है। इसे जानवरों के चारे के रूप में प्रयोग किया जाता है।
मेथी के पत्तों को सुखाकर कसूरी मेथी बनाई जाती है। मेथी का पौधा फैबासी परिवार से संबंध रखता है। इसकी पत्तियों और बीजाें का उपयोग गरम मसाले के रूप में किया जाता है। स्वाद के साथ-साथ इसमें कई औषधीय गुण भी मौजूद हाेते हैं। इसमें पाए जाने वाले औषधीय गुण पाचन से जुड़ी समस्याओं को ठीक करते हैं और मधुमेह को नियंत्रित करते हैं। इसके अलावा, कसूरी मेथी का सेवन स्तनपान कराने ( benefits of methi) वाली महिलाओं के लिए लाभदायक है। इससे स्तनों में दूध का निर्माण अच्छी तरह से होता है। साथ ही यह घाव को जल्दी भरने के काम भी आती है।
अन्य भाषाओं में मेथी के नाम ( Name of Fenugreek in Different Languages )
Fenugreek in –
1) Hindi – मेथी
2) English – फेनुग्रीक (Fenugreek), ग्रीक हे (Greek hay), ग्रीक क्लोवर (Greek clover)
3) Sanskrit – मेथिका, मेथिनी, मेथी, दीपनी, बहुपत्रिका, बोधिनी, बहुबीजा, ज्योति, गन्धफला, वल्लरी, चन्द्रिका, मन्था, मिश्रपुष्पा, कैरवी, कुञ्चिका, बहुपर्णी, पीतबीजा, मुनिच्छदा
4) Oriya – मेथी (Methi)
5) Assamese – मेथी (Methi)
6) Kannada – मेंथे (Menthe), मेन्ते (Mente)
7) Gujarati – मेथी (methi), मेथनी (Methani)
8) Tamil – मेंटुलु (Mentulu), वण्डयम् (Vandayam)
9) Telugu – मेन्तीकूरा (Mentikura); मेन्तूलू (Mentulu)
10) Bengali – मेथी (Methi), मेथनी (Methani)
11) Nepali – मेथी (Methi)
12) Punjabi – मेथी (Methi), मेथिनी (Methini)
13) Marathi – मेथी (Methi)
14) Malayalam – उल्लव (Ullav), उलूवा (Uluva)
15) Manipuri – मेथी (Methi)
16) Arabic – हिल्बेह (Hilbeh), हुल्बाह (Hulbah)
कसूरी मेथी के फायदे – Benefits of Kasuri Methi in Hindi
1) कोलेस्ट्रोल लेवल घटाने के लिए ( Benefits of Kasuri Methi for Cholesterol )
रिसर्च में ये पाया गया है कि इसमें लो डेंसिटी लिपोप्रोटिन पाया जाता है. यह तत्व शरीर में कोलेस्ट्रोल घटाने में मदद करता है. इसमें पाया जाने वाला स्टेरॉयड सपोनिंस पाया जाता है. यह तत्व लोगों के शरीर में कोलेस्ट्रोल के जमने में सहायता करता है. कोलेस्ट्रोल की समस्या में भी मेथी का उपयोग कारगर होता है। इसके अर्क में पाए (कसूरी मेथी के फायदे ) जाने वाले फ्लेवोनोइड्स में हाइपोकोलेस्टेरोलेमिक प्रभाव और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो एडीएल यानी खराब कोलेस्ट्रोल के स्तर को कम करके एचडीएल यानी अच्छे कोलेस्ट्रोल के स्तर को बढ़ाने में मदद करते हैं।
2) वजन घटाने के लिए ( Benefits of Kasuri Methi for Reduce weight )
भीगा हुआ मेथी यदि सुबह सुबह उठ कर खाली पेट में चबा कर ग्रहण किया जाये तो यह आवश्यकता से अधिक वजन वाले लोगों को वेट लोस में बहुत सहायता करता है. अतः अधिक वजन वाले लोगों के लिए यह ( कसूरी मेथी के फायदे ) वजन घटाने घरेलू उपाय के साथ साथ का एक अचूक और साधारण उपाय है. इसमें मौजूद फाइबर जल्दी नहीं पचता और आपकी भूख को कम करता है। इससे आप कम खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं, जिससे वजन को कम करने में मदद मिलती है।
3) प्रसव के बाद महिलाओं के लिए ( Benefits of Kasuri Methi for After Delivery )
महिलाओं को प्रसव के बाद मेथी के औषधीय गुण से बहुत लाभ मिलता है। मेथी दाना से प्रसूता स्त्रियों के स्तनों में दूध बढ़ता है। मेथी के सेवन से माता के दूध की गुणवत्ता भी बढ़ती है जिससे शिशु का स्वास्थ्य भी अच्छा होता है। माताएं मेथी की सब्जी, सूप आदि का सेवन कर सकती हैं। जीरा, सौंफ, ( कसूरी मेथी के फायदे ) सोया, मेथी आदि में गुड़, दूध एवं गाय का घी मिलाकर पका लें। इसका सेवन कराएं।
इससे योनि के रोग, बुखार, टीबी, खाँसी, सांसों का फूलना, एनीमिया, दुबलापन आदि बीमारियों में लाभ होता है। गैस बनने और गैस के कारण होने वाले रोगों में भी मेथी के सेवन से लाभ होता है। मेथी के दानों को रातभर भिगो कर सुबह खाया जाता है।
4) मासिक धर्म के लिए ( Benefits of Kasuri Methi for Menstrual )
आज बड़ी संख्या में महिलाएँ मासिक धर्म से संबंधित समस्याओं से पीड़ित हैं। महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान पेट में दर्द, अधिक रक्तस्राव जैसी परेशानी होने लगती है। मासिक धर्म की प्रक्रिया ( कसूरी मेथी के फायदे ) को एस्ट्रोजेन नामक एक हारमोन नियंत्रित करता है।
मेथी के दानों में एस्ट्रोजेन के गुण होते हैं, इसलिए यह मासिक धर्म से जुड़ी समस्याओं में लाभदायक होता है। मेथी के सेवन से खून भी बनता है, और दर्द भी कम होता है. मासिक धर्म की समस्याओं को दूर करने के लिए मेथी के 1-2 ग्राम बीजों का सेवन करें। आप मेथी के दानों की चाय बनाकर भी पी सकती है। मेथी की चाय को मीठा बनाकर थोड़ा ठंडा होने दें। इसमें शहद मिला लें। अधिक लाभ होगा।
5) स्वस्थ दिल के लिए ( Benefits of Kasuri Methi for Healthy heart )
जैसे कसूरी मेथी के दाने दिल के लिए लाभदायक होते हैं वैसे ही कसूरी मेथी भी दिल को स्वस्थ रखने में मदद करती है और लिपिड लेवल को भी कम करने में मदद करती है। ऐसा होने से एथेरोस्क्लेरोसिस नाम की बीमारी होने के आसार कम हो जाते हैं जिसमें धमनियों में फैट और केलोस्टॉल जमा होने लग जाता है। यहां पर कसूरी ( कसूरी मेथी के फायदे i ) मेथी के गुण अपना काम करते हैं और पूरे शरीर में खून के बहाव को सामान्य बनाए रखने में मदद करते हैं जिससे दिल की सेहत भी अच्छी रहती है।
6) बाल सम्बंधित लाभ के लिए ( Benefits of Kasuri Methi for Hair related problems )
मेथी का इस्तेमाल बाल सम्बंधित परेशानियों के निदान के लिए के लिए भी किया जाता है. अपने बाल को स्वस्थ रखने के लिए नियमित रूप से मेथी अपने डाइट में शामिल कर सकते हैं. नियमित रूप से मेथी से बने व्यंजनों के सेवन से बाल जड़ों से मजबूत होते हैं और घने- काले हो जाते हैं|
सेवन के साथ साथ मेथी का प्रयोग बाल के लिए वाह्य रूप से भी किया जाता है, वाह्य रूप से मेथी का प्रयोग बालों के लिए करना हो, तो इसके लिए साफ़ पानी लें. इस पानी में ( कसूरी मेथी के फायदे ) मेथी डालें और इसे उबाल लें. इस उबले हुए पानी से बालों के सिरों तक मालिश करें. इस मालिश से शीघ्र ही लाभ पहुँचने लगता है.
7) पाचन तंत्र के लिए ( Benefits of Kasuri Methi for Digestive System )
इसमें रिच फाइबर और एंटी ऑक्सीडेंट पाया जाता है. ये एंटी ऑक्सीडेंट हानिकारक चीज़ों को शरीर से बाहर निकालने में और पाचनतंत्र को स्वस्थ बनाये रखने में सहायक है. कब्ज़ के रोगी यदि सुबह सुबह उठकर मेथी का शरबत ग्रहण करें, तो कब्ज़ ठीक हो सकता है अगर आपको दस्त, खराब (कसूरी मेथी के फायदे) पाचन या फिर कब्ज जैसी आंतों से जुड़ी कोई समस्या है, तो मेथी का सेवन आपके लिए फायदेमंद होता है।
इसमें मौजूद फाइबर न सिर्फ आपके पाचन तंत्र को ठीक करता है, बल्कि पेट को साफ कर कब्ज से भी राहत दिलाता है । इसके अलावा, संतुलित मात्रा में फाइबर के सेवन से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल प्रक्रिया बेहतर होती है, जिससे भोजन को पचाना आसान होता है । .
8) त्वचा के लिए ( Benefits of Kasuri Methi for Skins )
त्वचा को निखारने के लिए लड़किया तरह तरह के घरेलू उपाय अपनाने की कोशिश करती है। त्वचा के लिए कसूरी मेथी बहुत फायदेमंद होता है। ताजे मेथी के पत्तो का पेस्ट बनाकर मुँह पर लगा ले। थोड़ी देर बाद चेहरे को अच्छी तरह धो ले। ऐसा कुछ दिनों तक करने से त्वचा में निखार आने लगता है. मेथी के औषधीय गुणों के कारण इसका उपयोग प्राचीन काल से ही आयुर्वेद में त्वचा ( कसूरी मेथी के फायदे ) के फायदों के लिए किया जाता है रहा है।
मेथी बीज के पेस्ट के उपयोग से आप त्वचा से संबंधित कई समस्याओं से निजात पा सकते हैं, जैसे – त्वचा पर निशान, सूजन, फोड़े, जलन व मुंहासे आदि। इसे लगाने से न सिर्फ त्वचा का रंग निखरता है, बल्कि चेहरे के दाग-धब्बों से भी राहत मिलती है।
कसूरी मेथी का उपयोग :
1) कसूरी मेथी की चाय बनाकर इसकी चुस्कियां ली जा सकती हैं।
2) कसूरी मेथी के पत्तों के अर्क को तेल में मिलाकर इसका उपयोग सिर की मालिश करने के लिए कर सकते हैं।
3) कसूरी मेथी के पत्तों को गर्म करके कपड़े में लपेटकर इसका उपयोग दर्द और सूजन वाले स्थान पर सिकाई के लिए किया जा सकता है।
4) दाल या सब्जी में कसूरी मेथी का तड़का लगाकर खाने का जायका बढ़ाया जा सकता है।
5) कसूरी मेथी के पाउडर को दही और छाछ में भी उपयोग कर सकते हैं।
6) कसूरी मेथी के अर्क को शैंपू में मिलाकर बाल धोने से बाल मुलायाम और चमकदार बनते हैं।
Side Effects of Kasuri Methi in Hindi
- जिन लोगों को शुगर कम होने की समस्या होती है, उन्हें इसका सेवन संतुलित मात्रा में करना चाहिए, क्योंकि कसूरी मेथी का अधिक उपयोग रक्त में मौजूद शुगर को कम कर सकता है ।
- गर्भवती होने पर मेथी का उपयोग नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसका उपयोग गर्भाशय को प्रभावित कर सकता है।
- हालांकि, आहार में मसाले के तौर पर इसकी थोड़ी सी मात्रा का उपयोग किया जा सकता है, लेकिन बेहतर है इसके उपयोग से पहले डॉक्टरी सलाह भी ली जाए।
- खाने में मसाले के तौर पर इसका उपयोग किया जा सकते है, लेकिन अगर कोई इसके सप्लीमेंट का उपयोग करना चाहता है तो बेहतर है उपयोग से पहले डॉक्टरी सलाह ली जाए।
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कसूरी मेथी क्या है?
मेथी का पौधा साल में एक बार होता है। पौधी लंबााई लगभग 2-3 फीट लंबा होती है। पौधे में छोटे-छोटे फूल आते हैं। इसकी फली मूंग दाल के जैसी होती है। इसके बीज बिलकुल छोटे-छोटे होते हैं। यह स्वाद में कड़वा होता है।मेथी के पत्ते हल्के हरे और फूल सफेद रंग के होते हैं। इसकी फली में 10 से लेकर 20 छोटे, पीले-भूरे रंग के तेज गंध वाले बीज (कसूरी मेथी के फायदे) होते हैं। इन बीजों का उपयोग कई सारे रोगों में किया जाता है। इसकी एक और प्रजाति होती है, जिसको वन मेथी कहते हैं। यह कम गुण वाला होता है। इसे जानवरों के चारे के रूप में प्रयोग किया जाता है।
प्रसव के बाद महिलाओं के लिए मेथी कैसे उपयोगी होगी?
महिलाओं को प्रसव के बाद मेथी के औषधीय गुण से बहुत लाभ मिलता है। मेथी दाना से प्रसूता स्त्रियों के स्तनों में दूध बढ़ता है। मेथी के सेवन से माता के दूध की गुणवत्ता भी बढ़ती है जिससे शिशु का स्वास्थ्य भी अच्छा होता है। माताएं मेथी की सब्जी, सूप आदि का सेवन कर सकती हैं। जीरा, सौंफ, ( कसूरी मेथी के फायदे ) सोया, मेथी आदि में गुड़, दूध एवं गाय का घी मिलाकर पका लें। इसका सेवन कराएं।
मेथी के Side Effects बताईये?
जिन लोगों को शुगर कम होने की समस्या होती है, उन्हें इसका सेवन संतुलित मात्रा में करना चाहिए, क्योंकि कसूरी मेथी का अधिक उपयोग रक्त में मौजूद शुगर को कम कर सकता है ।
गर्भवती होने पर मेथी का उपयोग नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसका उपयोग गर्भाशय को प्रभावित कर सकता है।
हालांकि, आहार में मसाले के तौर पर इसकी थोड़ी सी मात्रा का उपयोग किया जा सकता है, लेकिन बेहतर है इसके उपयोग से पहले डॉक्टरी सलाह भी ली जाए।
खाने में मसाले के तौर पर इसका उपयोग किया जा सकते है, लेकिन अगर कोई इसके सप्लीमेंट का उपयोग करना चाहता है तो बेहतर है उपयोग से पहले डॉक्टरी सलाह ली जाए।