गोंद के लड्डू:- जैसा की यदि आपको पता न हो तो हम बता दें की गोंद एक ख़ास प्रकार के पेड़ की छाल से निकाली जाती है। गोंद भारत में पायी जाती है। गोंद का उपयोग अधिकतर खाने के लिए किया जाता है गोंद को सर्दियों के मौसम में खाया जाता है। गोंद खाने में जितना स्वादिष्ट होता है उतना ही ऊर्जा से भरपूर होता है। गोंद हमे सर्दियों में पुरानी खांसी, जुकाम, फ्लू और इंफेक्शन जैसी समस्याएं से बचाता है।
गोंद के लड्डू
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अधिकतर लोग सर्दियों में गोंद के लड्डू बनाते है। भारत के लोग गोंद के लड्डू के बहुत शौकीन है। गोंद के लड्डुओं को Dry Fruits की मदद से काफी स्वादिष्ट बनाया जाता है। गोंद आपकी सेहत के लिए बहुत लाभदायक माने जाते है। यदि आप गोंद के स्वादिष्ट लड्डू बनाना नहीं जानते है तो दिए गए लेख के माध्यम से विस्तार से जाने और अंत तक पढ़े।
गोंद के लड्डू खाने के फायदे
- गोंद की तासीर गर्म होती है इसलिए यह सर्दियों के मौसम में बेहद फायदेमंद माना जाता है।
- सर्दियों में गोंद का सेवन दिमाग और जोड़ो के दर्द के लिए लाभकारी होता है।
- आप सर्दियों में यदि प्रतिदिन गोंद के लड्डू का सेवन दूध के साथ करेंगे तो आपको रोग प्रतिरोधक क्षमता मिलेगी। और सारी बीमारिया आपसे दूर होगी।
- गर्भवती महिला के लिए गोंद का लड्डू बेहद लाभकारी साबित होता है।
- गोंद माँ का दूध बढ़ाने में भी उपयोगी रहता है।
- गोंद हड्डियों को मजबूत करता है। माँसपेशियों को लचीला बनाता है। और रीढ़ की हड्डी को मजबूत करता है।
- प्रतिदिन भुनी हुयो गोंद खाये इससे आपको ह्रदय संबधी रोग नहीं होगी साथ ही Heart Attack जैसी बीमारियों का खतरा नहीं होगा।
- हर दर्द का इलाज गोंद यदि आपको थकावट या फिर चक्कर, सर में दर्द किसी भी प्रकार की कमजोरी महसूसर होती है तो आप गोंद का सेवन करें।
- कब्ज के रोगियों के लिए गोंद फायदेमंद माना जाता है। दिन में एक बार गोंद का सेवन करें कब्ज जैसी बीमारियों से छुटकारा पाए।
- महिलाओं में मासिक धर्म संबंधी समस्याओं, डिलवरी के पश्चात् होने वाली कमजोरी, ल्यूकोरिया और अन्य समस्याओं को भी यह ठीक करता है।
- शरीर में खून की कमी को पूरा करने के लिए भी गोंद के लड्डू या पंजीरी का सेवन किया जाता है।
गोंद के लड्डू आफ्टर डिलीवरी
- अगर बच्चे का जन्म सर्दियों के दिनों में हुआ है। ऐसे में आपको बच्चे के शरीर को गर्म करने के लिए अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है। ऐसे में गोंद के लड्डू खाने से उस अतिरिक्त कैलोरी को प्राप्त करने में हमारी सहायता करता है। जो एक माँ को चाहिए होती है ।
- महिला की दिल की धड़कनों का ठीक से चलना बेहद जरूरी होता है, क्योंकि ये शरीर के विभिन्न अंगों में बेहतर तरीके से रक्त परिसंचरण करने में हमारी सहायता करती है है। गोंद के लड्डू इस संबंध में भी हमारी सहायता करते है।
- एक शिशु को जन्म देने के पश्चात् एक महिला को Protein की अधिक मात्रा में आवश्यकता होती है। क्योंकि उसे स्तनपान कराना होता है। गोंद के लड्डू में भरपूर मात्रा में Protein होता है जो आपकी Protein संबंध जरूरत को पूरा करने में आपकी सहायता करता है।
- गर्भावस्था के लंबे सफर और पीड़ादायक व् श्रमपूर्ण प्रसव से गुजरने के पश्चात् माँ का शरीर अपनी शारीरिक शक्ति को प्राप्त करने की पूरी कोशिश कर रहा होता है। गोंद के लड्डू में उपयोग किए जाने वाले घटक में Adaptogen गुण होते हैं जो शरीर को जल्दी ठीक होने में हमारी सहायता करते है।
- प्रसव के पश्चता होने वाले मासिक धर्म में रक्तस्राव की अनियमितता को रोकने में भी गोंड फायदेमंद है।
- किशमिश, घी व कई अन्य प्रकार के ड्रायफ्रूट्स से बने इस लड्डू में Calories की मात्रा अधिक होती है। इससे नवजात शिशु और मां को संपूर्ण पोषक तत्व मिलते हैं।
गोंद के लड्डू कैसे बनाते हैं (राजस्थानी गोंद के लड्डू)
आटा | 200 ग्राम गेंहू का आटा लेंगे। |
देसी घी | 200 ग्राम देसी घी लें |
पिसी चीनी | एक कप पीसी चीनी लें। |
गोंद | एक कप गोंद लें। |
काजू | 50 ग्राम कटे हुए काजू लें |
बादाम | 50 ग्राम कटे हुई बादाम लें। |
तरबूज के बीज | 50 ग्राम तरबूज के बीज लें। |
पिस्ता कटे | 50 ग्राम पिस्ता लें। |
इलाइची पाउडर | ¼ छोटी चम्मच |
गोंद के लड्डू की रेसिपी (सर्दियों में गोंद के लड्डू कैसे बनाते हैं)
- सबसे पहले आप गैस पर भारी तले वाली कड़ाई चढ़ाये और देसी घी डाले और गर्म करें।
- फिर कड़ाई में गोंद डाले और गैस की आंच धीमी कर दें।
- करछी हाथ में रखे और हिलाते रहे गोंद हल्का ब्रॉउन हो जाए तब कड़ाई से निकाल लें।
- अब गोंद को कूट लें और मिक्सी में पीस लें।
- फिर से कड़ाई को गैस पर चढ़ाये और घी डाले इस बार घी में आटे को भूनना है।
- गैस की आंच को धीमा रखें ताकि आटा जले न।
- आप करछी को चलाते रहे रुके न।
- अब जब आटा ब्रॉउन हो जाता है तब आप गोंद, काजू, बादाम और तरबूज के बीज इत्यादि सामग्री डालकर गैस बंद कर दें।
- अब इसे कड़ाई में निकाल लें और ठंडा होने दें।
- अब इसमें पीसी हुई चीनी को अच्छे से मिलाये।
- अब हल्का ठंडा होने के बाद आप गोल-गोल लड्डू बनाकर रखें।
- अब आपके स्वादिष्ट लड्डू तैयार है।
बेसन गोंद के लड्डू
बेसन | आधा कप बेसन लें। |
आटा | आधा कप आटा लें। |
बूरा चीनी | ¾ कप बूरा चीनी लें। |
घी | आधा कप देसी घी |
सूजी | 2 बड़े चम्मच सूजी लें। |
बादाम | 50 ग्राम कटी हुई बादाम लें। |
काजू | 50 ग्राम बारीक कटा काजू लें। |
पिस्ता | 50 ग्राम बारीक कटा पिस्ता लें। |
गोंद | 1-2 बड़े चम्मच गोंद लें। |
इलाइची पाउडर | 1 छोटा चम्मच इलाइची पाउडर लें। |
ऐसे बनाये लड्डू
- सबसे पहले आप कड़ाई को गैस पर चढ़ाये और घी डाले।
- अब आप कड़ाई में गोंद डालें।
- अब आप गोंद को तब तक भुने जब तक गोंद फूल न जाए और हल्का ब्रॉउन न हो जाए तब तक आप धीमी आंच पर सेके।
- अब आप गोंद को किसी दूसरे बर्तन में निकाल लें।
- फिर आप कटे हुई सामग्री जैसे मेवे को हल्का भून लें।
- अब भुने हुए मेवे को अलग बर्तन में निकाल लें।
- अब आप फिर से घी डालें, और बेसन, आटा और सूजी को धीमी आंच में भुने।
- अच्छे से भूनने के बाद निकाल लें कड़ाई से।
- अब इसमें आप मेवे में आप गोंद डाल दें।
- अब आप भुने हुए बेसन और सूजी, आटे में बूरा चीनी और गोंद और मेवे के मिश्रण को अच्छे से मिलाये।
- अब इसे हल्का ठंडा होने के बाद लड्डू बना लें।
- अब आपके स्वादिष्ट बेसन गोंद के लड्डू तैयार हो गए है।
गोंद के लड्डू के नुकसान (गोंद के लड्डू के फायदे और नुकसान)
- अधिक सेवन से जी मिचलाना।
- घबराहट होना।
- मुंह में सनसनाहट जैसा महसूस होना।
- पेट का फूल जाना इत्यादि हो सकता है।
- यदि एलर्जी है तो इसका सेवन न करें।
गोंद क्या है?
गोंद एक ख़ास प्रकार के पेड़ की छाल से निकाली जाती है। गोंद भारत में पायी जाती है। गोंद का उपयोग अधिकतर खाने के लिए किया जाता है गोंद को सर्दियों के मौसम में खाया जाता है। गोंद खाने में जितना स्वादिष्ट होता है उतना ही ऊर्जा से भरपूर होता है।
क्या गोंद की तासीर गर्म होती है?
जी हाँ गोंद की तासीर गर्म होती है इसी कारण ईसा सेवन सरसियो में अधिक किया जाता है। गोंद के लड्डू बनाकर खाये जाते है।
गोंद के लड्डू के फायदे बताये?
गोंद की तासीर गर्म होती है इसलिए यह सर्दियों के मौसम में बेहद फायदेमंद माना जाता है।
सर्दियों में गोंद का सेवन दिमाग और जोड़ो के दर्द के लिए लाभकारी होता है।
आप सर्दियों में यदि प्रतिदिन गोंद के लड्डू का सेवन दूध के साथ करेंगे तो आपको रोग प्रतिरोधक क्षमता मिलेगी। और सारी बीमारिया आपसे दूर होगी।
गर्भवती महिला के लिए गोंद का लड्डू बेहद लाभकारी साबित होता है।
गोंद माँ का दूध बढ़ाने में भी उपयोगी रहता है।
गोंद हड्डियों को मजबूत करता है। माँसपेशियों को लचीला बनाता है। और रीढ़ की हड्डी को मजबूत करता है।
प्रतिदिन भुनी हुयो गोंद खाये इससे आपको ह्रदय संबधी रोग नहीं होगी साथ ही Heart Attack जैसी बीमारियों का खतरा नहीं होगा।
क्या प्रसव महिला के लिए गोंद के लड्डू फायदेमंद है?
जी हाँ अगर बच्चे का जन्म सर्दियों के दिनों में हुआ है। ऐसे में आपको बच्चे के शरीर को गर्म करने के लिए अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है। ऐसे में गोंद के लड्डू खाने से उस अतिरिक्त कैलोरी को प्राप्त करने में हमारी सहायता करता है। जो एक माँ को चाहिए होती है ।
महिला की दिल की धड़कनों का ठीक से चलना बेहद जरूरी होता है, क्योंकि ये शरीर के विभिन्न अंगों में बेहतर तरीके से रक्त परिसंचरण करने में हमारी सहायता करती है है। गोंद के लड्डू इस संबंध में भी हमारी सहायता करते है।
एक शिशु को जन्म देने के पश्चात् एक महिला को Protein की अधिक मात्रा में आवश्यकता होती है। क्योंकि उसे स्तनपान कराना होता है। गोंद के लड्डू में भरपूर मात्रा में Protein होता है जो आपकी Protein संबंध जरूरत को पूरा करने में आपकी सहायता करता है।