Sarso Oil:- भारत में खाने के तेल में कई प्रकार के तेलो का इस्तेमाल उन्हीं में से एक होता है सरसों का तेल। सरसों के तेल की खुशबू तीखी होती है, जो कि बाकी तेलों की खुशबू से अलग होती है। सरसों के तेल में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। यह जुखाम बालों और इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए काफी सहायक होते हैं। सरसों के तेल हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। आपको हमारे इस लेख के माध्यम से सरसों से जुड़ी सभी आवश्यक जानकारी जैसे सरसों के तेल के फायदे, सरसों के तेल के नुकसान, सरसों के तेल के पोषक तत्व, सरसों का तेल क्या होता है? आदि पर चर्चा पर चर्चा करेंगे।
Benefits of Sarso Oil (Mustard Oil In Hindi) सरसों के तेल
सरसों के तेल का वैज्ञानिक नाम ब्रैसिका जनसिया होता है। यह ब्रेसिकेसी कुल संबंध रखती है। सरसों का तेल काले भूरे या सफेद रंग के सरसों के बीजों से बनाया जाता है। सरसों के तेल का उत्पादन उत्तर और पूर्वी भारत बांग्लादेश पाकिस्तान नेपाल में अधिक मात्रा में किया जाता है। सरसों के तेल का उपयोग खाना पकाने बालों में लगाने मालिश करने जोड़ों के दर्द आदि समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए भी किया जाता है। इसमें कई पोषक तत्व पाए जाते हैं तथा कई औषधीय गुण भी मौजूद होते हैं।
Nutrients of Sarso oil (best mustard oil)
सरसों के तेल में मोनो-सैचुरेटेड फैट, पॉली-सैचुरेटेड फैट और सैचुरेडेट फैट प्रचुर मात्रा में पायी जाती हैं। इसके अतिरिक्त, सरसों के तेल में एलिल आइसोथियोसाइनेट नाम का रसायन भी मौजूद होता है। सरसो इ तेल में विटामिन ए, विटामिन डी, प्रोटीन, और काबोहैड्रेट प्रचुर मात्रा में पाया जाते है।
जोड़ों का दर्द/गठिया/मांसपेशियों का दर्द ( Sarso oil For Joint pain / arthritis / muscle pain)
सरसों के तेल में ओमेगा-3 फैटी एसिड पायी जाती है, जो जोड़ों के दर्द और गठिया की समस्या से छुटकारा पा सकते है। नियमित रूप से सरसों तेल की मालिश करने से जोड़ों के दर्द, गठिया और मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करने के लिए काफी फायदेमंद होता हैं।
हृदय के लिए (Sarso Oil For Heart)
सरसों का तेल मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड (MUFA & PUFA) के साथ-साथ ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड से प्रचुर मात्रा में पायी जाती है। सरसो के तेल में मौजूद फैटी एसिड मिलकर इस्केमिक हृदय रोग (रक्त प्रवाह की कमी के कारण) की समस्या को 50 प्रतिशत तक ठीक करने में सहायक होता हैं।
सरसों के तेल को हाइपोकोलेस्टेरोलेमिक (कोलेस्ट्रॉल कम करने वाला) और हाइपोलिपिडेमिक (लिपिड-लोअरिंग) औषधीय गुण मौजूद होता है। सरसो के तेल में खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) के स्तर को कम करने में सहायक हो सकते है। यह शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) के स्तर को बढ़ाने में सहायक होता है, जो हृदय संबंधित समस्याओ को कम करने में सहायक होता है।
कैंसर के लिए (Sarso Oil For Cancer Problems)
सरसों के तेल में

दांत संबंधी समस्या के लिए (Sarso oil For Teeth problem)
सरसों के तेल में हल्दी के साथ इस्तेमाल करने पर मसूड़ों की सूजन और पेरियोडोंटाइटिस (मसूड़ों से जुड़ा संक्रमण) से छुटकारा दिलाने में सहायक होती है। सरसों तेल और नमक का मौखिक स्वच्छता के लिए इस्तेमाल कर सकते है। सरसों तेल, हल्दी और नमक का आप पेस्ट बनाकर इस्तेमाल कर सकते हैं।यह आए दांतो के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है।
अस्थमा के लिए (Sarso oil For Asthma)
अस्थमा श्वसन तंत्र से संबंधित समस्याओ में से एक है। अस्थमा की समस्या से राहत पाने के लिए पीली सरसों तेल काफी फायदेमंद हो सकती है । सरसों के तेल में सेलेनियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो अस्थमा की समस्या को ठीक करने में सहायक हो सकता है।
ब्रेन फंक्शन करने के लिए (Sarso Oil For Brain Functions)
सरसों के तेल में फैटी एसिड पायी जाती है, जो सबसेलुलर मेम्ब्रेंस (उपकोशिकीय झिल्ली) की संरचना में बदलाव करने में सहायक होता है।यह मेम्ब्रेन-बाउंड एंजाइमों की गतिविधि को नियंत्रित करने का कार्य करती है। यह हमारे मस्तिष्क के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है । सरसो का तेल हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी गुणकारी होता है।
एंटी बैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीइंफ्लेमेटरी (Sarso Oil Anti bacterial, anti-fungal and anti-inflammatory)
सरसों का तेल एंटी बैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण प्रचुर मात्रा में पाए जाते है, जो सूजन संबंधी समस्याओं को ठीक करने में सहायक होती है। इसके अतिरिक्त सरसों के तेल में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते है, इसका इस्तेमाल डिक्लोफेनाक के निर्माण किया जाता है। यह एक एंटीइंफ्लेमेटरी दवा होती है ।सरसो के तेल में एंटीफंगल गुण भी मौजूद होता है, जो फंगल इन्फेक्शन के कारन होने वाली त्वचा संबंधित समस्याओ से छुटकारा पाया जा सकता है।
कीट निवारक (Sarso oil For Mosquitos )
सरसों के तेल को त्वचा पर लगाने से कीटो और मच्छरों को दूर रखा जा सकता हैं। सरसो के तेल एडीज एल्बोपिक्टस मच्छरों के असर को कम किया जा सकता है।
त्वचा के लिए (एंटी-एजिंग) (Sarso Oil For Skin/ Anti-Aging)
सरसों के तेल में ओमेगा-3, ओमेगा-6 फैटी एसिड , एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन ई प्रचुर मात्रा में पाया जाती है। शरीर में सरसो के तेल में तत्वों की कमी से उम्र बढ़ने की समस्याओ को ठीक किया सकती है।यह त्वचा पर झुर्रियों को कम किया जा सकता है।
बालों के लिए (Sarso Oil For Hair)
सरसों के तेल में मौजूद मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड, ओमेगा 3 और 6 फैटी एसिड प्रचुर मात्रा में पायी जाती हैं। इसके अतिरिक्त, सरसो के तेल में एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो रूसी और बालो की अन्य समस्या को ठीक करने में सहायक होते हैं। बालो में सरसो को तेल लगाने से आप कई समस्याओ से छुटकारा पा सकते है।
औजार पर सरसों का तेल लगाने के फायदे (Benefits of applying Sarso oil on tools)
सरसों का तेल औजारों पर लगाने से उन्हें जंग लगाने से बचाया जा सकता है। आप अपने लोहे के औजारों को सरसो के तेल की सहायता से जंग लगने से बचाया जा सकता है।
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Harmful Effects Of Sarso oil (Mustard)
➥ सरसों के तेल में इरुसिक नाम का एसिड पाया जाता है। यह हमारे हृदय के लिए काफी हानिकारक हो सकती है। सरसो के तेल में इरुसिक एसिड हृदय की मांसपेशियों में लिपिडोसिस (ट्राइग्लिसराइड्स का जमाव) वजह से हो सकता है।
➥ सरसो को तेल में त्वचा पर इस्तेमाल करने से एलर्जी भी हो सकती है।

sarso in english
सरसो के तेल को इंग्लिश में Mustard oil कहते है।
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सरसो को इंग्लिश में क्या कहते है?
सरसो के तेल को इंग्लिश में Mustard oil कहते है।
बालों के लिए कैसे फायदेमंद है सरसो का तेल ?
सरसों के तेल में मौजूद मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड, ओमेगा 3 और 6 फैटी एसिड प्रचुर मात्रा में पायी जाती हैं। इसके अतिरिक्त, सरसो के तेल में एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो रूसी और बालो की अन्य समस्या को ठीक करने में सहायक होते हैं। बालो में सरसो को तेल लगाने से आप कई समस्याओ से छुटकारा पा सकते है।
हृदय रोग से कैसे छुटकारा पा सकते है ?
सरसों का तेल मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड (MUFA & PUFA) के साथ-साथ ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड से प्रचुर मात्रा में पायी जाती है। सरसो के तेल में मौजूद फैटी एसिड मिलकर इस्केमिक हृदय रोग (रक्त प्रवाह की कमी के कारण) की समस्या को 50 प्रतिशत तक ठीक करने में सहायक होता हैं।
सरसों के तेल को हाइपोकोलेस्टेरोलेमिक (कोलेस्ट्रॉल कम करने वाला) और हाइपोलिपिडेमिक (लिपिड-लोअरिंग) औषधीय गुण मौजूद होता है। सरसो के तेल में खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) के स्तर को कम करने में सहायक हो सकते है। यह शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) के स्तर को बढ़ाने में सहायक होता है, जो हृदय संबंधित समस्याओ को कम करने में सहायक होता है।
दांत संबंधी समस्या के लिए सरसो का तेल कैसे उपयोगी है?
सरसों के तेल में हल्दी के साथ इस्तेमाल करने पर मसूड़ों की सूजन और पेरियोडोंटाइटिस (मसूड़ों से जुड़ा संक्रमण) से छुटकारा दिलाने में सहायक होती है। सरसों तेल और नमक का मौखिक स्वच्छता के लिए इस्तेमाल कर सकते है। सरसों तेल, हल्दी और नमक का आप पेस्ट बनाकर इस्तेमाल कर सकते हैं।यह आए दांतो के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है।